सुरेखा सिसौदिया जी कवयित्री व लेखिका हैं और वर्तमान में प्रतिष्ठित विद्यालय में व्याख्याता के पद पर कार्यरत हैं। सुरेखा सिसौदिया जी की रचनाएं ई-पत्रिकाओं में निरंतर प्रकाशित होती रहती हैं। सुरेखा सिसौदिया जी कहानी, कविताएं तथा लघुकथा आदि विद्याओं में लेखन करतीं है। सुरेखा सिसौदिया जी अब तक कई साझा संकलनों में सक्रिय सहभागिता निभा चुकीं हैं।
व्यक्तिगत परिचय
शिक्षा : M. Phil., M.Ed.
सम्प्रति : व्याख्याता, शासकीय एकलव्य आवासीय विद्यालय (विशेष पिछड़ी जनजाति भारिया, बैगा, सहरिया हेतु संचालित) मोरोद, इंदौर, मध्य प्रदेश।
गतिविधियाँ : अनेक साहित्यिक समूहों में सक्रिय भागीदारी, हिंदी व मराठी कवियत्री।
रचना प्रकाशन : ई-पत्रिकाओं में निरन्तर रचनाओं का प्रकाशन।
प्रकाशित पुस्तकें
- नारी तू अपराजिता (महिला प्रधान साझा काव्य संकलन)
- दिल कहता है (साझा संकलन)
- काव्य अमृत (अंतर्राष्ट्रीय साझा काव्य संकलन)
- नव लोकांचल गीत (साझा संकलन गिनीज बुक में दर्ज पुस्तक)
- माँ तेरे आंचल की छाव मे (सांझा संकलन)
- पिता (सांझा संकलन)
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